राधिका गोरी से बिरज की छोरी से लिरिक्स

राधिका गोरी से बिरज की छोरी से” एक प्रसिद्ध भजन है जो भगवान श्रीकृष्ण की गोपियों के प्रेम को व्यक्त करता है। इस भजन में भगवान की प्रिय गोपियों, राधा और मीरा, की महिमा का गुणगान किया गया है। इस भजन के बोल उनके आत्मीय और प्रेमपूर्ण रिश्तों को उजागर करते हैं, और भगवान के प्रेम के अतीत में भक्तों को संगीत के माध्यम से लीन करते हैं। यह भजन ध्यानाकर्षण और भक्ति की भावना को प्रकट करता है और श्रद्धालुओं को भगवान के प्रेम में लीन करता है।

राधिका गोरी से भजन लिरिक्स

राधिका गोरी से ,
बिरज की छोरी से।
मैया करा दे मेरो ब्याह।

अरे क्या सोचे है माँ मेरी।
उमर तेरी छोटी है ,
नजर तेरी खोटी है।
कैसे करा दू तेरो ब्याह।
राधिका गोरी से ,
बिरज की छोरी से।
मैया करा दे मेरो ब्याह।

जो ना ब्याह करावे ,
तेरी गैया ना ही चरावु। २
आज के बाद ओ मैया ,
तेरी दहेली पर ना आउ। २
आएगा रे मजा ,रे मजा।
अब जीत हार का।
राधिका गोरी से ,
बिरज की छोरी से।
मैया करा दे मेरो ब्याह।

चन्दन की चौकी पे ,
मैया तुझको बैठाऊ। २
अपनी राधा से में ,
माँ चरण तेरे दबवाऊ। २
भोजन में बनवाउगो ,बनवाउगो।
छप्पन प्रकार के।
राधिका गोरी से ,
बिरज की छोरी से।
मैया करा दे मेरो ब्याह।

छोटी सी दुल्हनिया ,
जब आँगन में डोलेगी। २
तेरे सामने मैया ,
वो घुंगट ना खोलेगी। २
गांव से जा कहो ,जा कहो।
बैठेंगे द्वार पे।
राधिका गोरी से ,
बिरज की छोरी से।
मैया करा दे मेरो ब्याह।

सुन बाते काना की ,
मैया बैठी मुस्काये। २
ले के बलाईया मैया ,
हिवड़े से अपने लगाये। २
नजर कही लग जाये ना।
मेरे लाल को। २
राधिका गोरी से ,
बिरज की छोरी से।
मैया करा दे मेरो ब्याह।

भजन/Bhajan Title = राधिका गोरी से
गायक/Singer = = unknown

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